बुरा मानने की कला
ऐसे लोग मुझे बहुत पसंद है, जो बुरा मानते हैं | या कहूँ, धरती पे जन्म ही उन्होंने बुरा मानने के लिए लिया होता है | वे इस खुशफहमी में डूबे रहते हैं कि यह दुनिया टिकी ही उनकी बुरा मानने की आदत पर हैं | वे अगर बुरा नहीं मानेंगे तो विश्व की तमाम आत्माओं का भविष्य खतरे में आ जायेगा | उनके बुरा मानने का कोई विषय या मुद्दा तय नहीं होता | किसी भी बात का बुरा मान सकते हैं |
बुरा मानना भी एक कला है जिसमे धैर्य बहुत बड़ी भूमिका निभाता है | निजी और सामाजिक जीवन में जब से सोशल मीडिया का असर बढ़ा है, लोगों की बुरा मानने की आदतों में भी खासा इजाफा हुआ हैं |
गाहे-बेगाहे में भी कोशिश करता रहता हूँ बुरा मानने की, लेकिन अभी मुझमे अभी वो बात आ नहीं पाई है | मगर लगा हुआ हूं | एक तो कमबख्त अब तक वैसा कोई कोचिंग संस्थान भी नहीं खुला, जिसके बोर्ड पर लिखा हो- यहां शर्तिया बुरा मानना सिखाया जाता है | वैसे मुझे भरोसा है एक दिन मैं ये हुनर सिख ही लूंगा | अच्छे और भले लगते है मुझे वो लोग, जो अपने बुरा मानने को दिल में नहीं रखते | जमाना ही कुछ ऐसा हो चला है कि जो जितना बुरा मानेगा, वो उतना ही साहसी कहलायेगा |
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cool !!